धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश)
भाषा एवं संस्कृति विभाग कांगड़ा स्थित धर्मशाला द्वारा आज कला केंद्र भवन कचहरी अड्डा में बहुभाषी कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के के तूर व
कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री प्रत्यूष गुलेरी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।कार्यक्रम का आगाज महिंद्रो एंड पार्टी द्वारा मुसादा गायन व लोक गीतों से किया गया। इस कार्यक्रम में धर्मशाला क्षेत्र से आए
वरिष्ठ कवियों ने एक से बढ़कर एक अपनी कविताएं प्रस्तुत की। रेखा डडवाल ने गजल सुना कर व प्रभात शर्मा ने प्रयोगवादी कविता मकान और घर प्रस्तुत करके वाहवाही लूटी। वरिष्ठ कवियों में डॉ. ललित मोहन शर्मा,
हरिकृष्ण मुरारी, गौतम व्यथित, डॉ. युगल डोगरा, सुरेश भारद्वाज, प्रताप जरियाल डॉ. अदिति गुलेरी, सतपाल धृत वंशी भी उपस्थित रहे। रमेश मस्ताना ने मंच का संचालन किया। इस अवसर पर तूर ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के
कार्यक्रम विभाग स्कूलों और कॉलेजों में भी आयोजित करें ताकि इसमें अधिक से अधिक युवा पीढ़ी को जोड़ा जा सके और युवा पीढ़ी भी इसमें बढ़-चढ़कर भाग ले।जिला भाषा अधिकारी श्री सुरेश राणा ने कार्यक्रम में पधारने पर सभी
का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि विभाग समय-समय पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करवाने के लिए प्रयासरत रहता है ताकि
साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन जिला में होता रहे। उन्होंने कहा कि साहित्यकारों व कलाकारों को मंच
प्रदान करने में विभाग की अग्रणी भूमिका रहती है। इस अवसर पर देवराज, मुनीश, आत्माराम, करमचंद भी उपस्थित रहे







