पाइसा (कांगड़ा) हिमाचल प्रदेश नवनीत की रिपोर्ट 
हुनर का जलवा हो या आवाज का जादू तो फिर लोगो की जुबान तक पहुँचने में वक्त नहीं लगता ऐसा ही कुछ कर दिखा रहे है
देहरा के साथ सटे छोटे से गांव पाईसा के मोहित गर्ग। मोहित पिछले कई सालों से हिमाचल की विरासत सभ्यता और संस्कृति से जुड़े लोकगीतों को अपनी आवाज के जादू से लोगो के दिलो तक पहुँच रहे है उनके लिए स्टेज बड़ी हो या छोटी वह गाते समय खुद उन्हें पता नहीं रहता कि स्टेज कैसी है मोहित मानना है कि दर्शको का स्नेह जब मिलता है तो वही छोटी स्टेज भी उन्हें बड़ी लगती है हर स्टेज पर महज हिमाचली लोकगीतों द्वारा लोगों के
मन को मोहित करने बाले मोहित गर्ग इसी वजह से चर्चाओं में हैं,,,,, मोहित पिछले इतिहास देखे तो माता के जागरणों से गीत संगीत की दुनिया मे कदम रखने बाले मोहित गर्ग अब जल्द ही हिमाचली लोकगीत करने बाले हैं,,,, मोहित ने बताया कि ये एक कांगड़ी लोकगीत है,,, जिसे पंजाब के मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर राकेश कुमार ने
इक नए अन्दाज़ में संगीत की धुनों के सुर को संगम के रूप में दर्शको तक पहुँचाने का कार्य किया है,,, निम्बूआ गाने को शुभम ब रविन्द्र चौहान ने अपनी कलम से लिखा है,,, अश्वनी गर्ग की कम्पोजिंग ओर राहुल बी.के. ने हिमाचल की हसीन वादियों में इस गाने को दर्शाया है,,,,आर. के.स्टूडियो के बैनर तले इस पुरे गाने का काम हुआ है,,, मोहित गर्ग ने बताया कि कई बार रीमिक्स गानों के लिए उन्हें आफर आया लेकिन बो लोकगीतों के जरिये ही हिमाचल की सभ्यता और संस्कृति को नए अन्दाज में संगीतमयी धुनों में फ़िलहाल
हिमाचली लोगो के दिलो में राज करना चाहते हैं,,, मोहित ने बताया कि इस गाने की रिलीजिंग के बाद जल्द ही दो कृष्ण भजन बाँसुरी, ओर होली खेले नन्दलाल भी रिलीज होगी जिस पर काम चला हुआ है,,,ओर इसी माह ही इन भजनों को भी रिलीज कर दिया जाएगा,,,उन्होंने उम्मीद जताई इसे रिलीज़ करते वक्त फ़िल्मी दुनिया के एक नामी संगीतकार के सहयोग और आशीर्वाद से इस का विमोचन होगा ,



