
ऊना (हिमाचल प्रदेश ) जिला संवाददाता 
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सौजन्य से आपदा प्रबंधन को लेकर जिला की सभी पंचायतों के लिए आयोजित 7 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 11 दिसंबर से 18 दिसंबर तक जिला पंचायत कार्यालय के भवन में संपन्न किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर ग्राम आपदा प्रबंधन समिति का गठन और ग्राम आपदा प्रबंधन योजनाओं की रूप रेखा तैयार करना है। 

कार्यशाला का समापन जिला पंचायत अधिकारी रमन कुमार ने किया इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के अन्य जिलों की तरह ऊना जिला भी भूकंप, बाढ़ व भूस्खलन इत्यादि की दृष्टि से संवेदनशील है । इसके आलावा जंगलों में आग लगने की घटनाएं भी जिला के विभिन्न स्थानों पर होती हैं जिस से सरकारी तथा निजी संपत्ति को काफी नुकसान उठाना पड़ता है । उन्होंने बताया कि किसी भी आपदा के दौरान स्थानीय लोगों तथा पंचायती राज प्रतिनिधियों कि महत्वपूर्ण भूमिका रहती है, ऐसे में आम जन मानस का आपदाओं के प्रति जागरूक होनाबेहद जरुरी है । 

कार्यशाला में जिला ऊना की पंचायती राज संस्थाओं की ओर से प्रधानों, उप-प्रधानों, पंचायत सचिवों, आशा वर्करों एवं अन्य पंचायत सदस्यों को आपदा प्रबंधन से जुड़े विभिन्न पहलुओं बारे जानकारी दी गई। इस कार्यशाला में जिला की सभी 234 पंचायतों से 400 से अधिक पंचायत प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यशाला में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से समन्वयक अपूर्वा मारिया ने ग्रामीण स्तर पर ग्राम आपदा प्रबंधन समिति के गठन और ग्राम आपदा प्रबंधन योजना को बनाने के बारे में जानकारी दी। गृह रक्षक 12 बटालियन से हेड कांस्टेबल श्रीमती देवा कुमारी ने बुनियादी प्राथमिक उपचार के तरीकों से भी अवगत करवाया।
